आम आदमी पार्टी ने चंदा देने वालों की लिस्ट तो पहले ही अपने वेबसाइट से हटा दी थी, अब नई वेबसाइट से चंदा देने की पाॅलिसी यानी डोनेशन पाॅलिसी को भी हटा दिया है। विदेशों से आम आदमी पार्टी के लिए चंदा इकट्ठा करने वाले मुनीष कुमार रायजादा ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी के कन्वीनर अरविंद केजरीवाल को इसका जवाब देना चाहिए। केजरीवाल ने राजनीति में उतरते समय कहा था कि हम पारदर्शिता रखेंगे लेकिन पार्टी इस पाॅलिसी से हट गई है। पहले चंदा देने वालों की लिस्ट हटाई गई और अब पाॅलिसी को भी पूरी तरह हटा दिया गया है।
मनीष रायजादा लंबे समय तक आम आदमी पार्टी के लिए विदेशों से चंदा जुटाते रहे हैं। अब वह केजरीवाल के विरोधी हो गए हैं और विदेशों में आम आदमी पार्टी के खिलाफ चंदा बंद सत्याग्रह चला रहे हैं। वह सभी लोगों से कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को चंदा मत दो।
उन्होंने केजरीवाल से पूछा है कि वेबसाइट से डोनेशन देने वालों की लिस्ट क्यों हटाई गई है जबकि पार्टी यह दावा करती है कि उसे 92 फीसदी चंदा डिजिटल मोड में मिलता है और वह इंकम टैक्स और चुनाव आयोग को इसका पूरा हिसाब भी देते हैं। अब सरकारी विभाग उनसे पूछताछ करते हैं तो कह दिया जाता है कि बीजेपी सरकार हमें परेशान कर रही है। इस तरह वह आप को डोनेशन देने वालों को गुमराह कर रहे हैं।
उनका सवाल है कि पहले खर्चे और इंकम का हिसाब और इसके बाद डोनेशन देने वालों की लिस्ट हटाई गई है तो अब पार्टी के चंदा चोर इस चंदे को कहां खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि केजरीवाल अब पार्टी के सर्वेसर्वा हैं और यह आम आदमी पार्टी नहीं बल्कि केजरीवाल की पार्टी बनकर रह गई है।