गाजीपुर लैंडफिल साइट पर शुक्रवार को एक भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में बहुत-से लोगों के मरने की आशंका है। लैंडफिल साइट पर कूड़े का पहाड़ बना हुआ था और अचानक ही उसका एक बड़ा हिस्सा धंसते हुए कोंडली नहर में आ गिरा। नहर के किनारे बनी रोड पर उस समय कई गाड़ियां जा रही थीं जिनमें कारें, स्कूटी और स्कूटर वगैरह शामिल हैं। ये सभी गाड़ियां कूड़े के ढेर के साथ नहर में जा गिरीं। इस हादसे में कितने लोगों की मौत हुई है,
अभी यह नहीं कहा जा सकता लेकिन आशंका है कि वह संख्या काफी बड़ी होगी। नहर में कूड़ा गिरने से तीन-चार किलोमीटर तक कूड़ा ही कूड़ा फैल गया।यह हादसा तीन बजे के करीब हुआ। लगता है कि पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर आ रही बारिश से कूड़े का यह ढेर खिसक गया और फिर सीधा नहर में जा गिरा। इतना बड़ा हिस्सा पानी में गिरने के कारण बहुत-सा पानी भी
सड़क पर आ गया जिसमें लोग बहकर नहर में चले गए।
यह भी आशंका है कि कूड़े की गैस के कारण यह हादसा हुआ है। पुलिस, दमकल विभाग और डिजास्टर मेनेजमेंट के लोग मौके पर आ गए। गोताखोरों को भी काम पर लगा दिया गया। एक लड़की की लाश निकाली गई है। कूड़े के ढेर पर उस समय जेसीबी चल रही थी। वह भी इस कूड़े के ढेर तले दब गई। जो लोग सड़क से गुजर रहे थे, वे भी दब गए। इसके अलावा इस ढेर पर महिलाएं और बच्चे कूड़ा बीन रहे थे, वे भी इस मलबे में दब गए। इसके अलावा ईद के कारण बकरे और भैंसें लेकर वहां से गुजर रहे थे, उनके भी दबे होने की आशंका है। कुछ लोगों को जीवित निकाला गया है। वही इस पर पूर्वी दिल्ली नगर निगम की मेयर का कहना है की ये घटना दिल्ली सरकार की वजह से हुई है।