एक तरफ भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संसद में बयान देती हैं कि भारत चीन से युद्ध नहीं करना चाहता क्योंकि कोई भी समस्या युद्ध से हल नहीं होती और दूसरी तरफ चीनी मीडिया प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साध रहा है। डोकलाम को लेकर असमंजस में पड़ा चीन अब गतिरोध के लिए पीएम मोदी के सख्त रवैये को जिम्मेदार ठहरा रहा है। चीन के सरकारी अखबार ने संपादकीय में लिखा है कि मोदी अपने देश को युद्ध की तरफ बढ़ा रहे हैं और देशवासियों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं। अखबर ने कहा है कि मोदी चीन की आर्मी की ताकत को जानते हुए भीऐसा कर रहे हैं। चीनी मीडिया खुलेआम लिख रहा है कि भारत और चीन के बीच युद्ध के आसार बढ़ रहे हैं।
चीनी रक्षा मंत्रालय द्वारा संयम की परीक्षा न लिये जाने की धमकी के बाद चीन के सरकारी मीडिया की भाषा और तीखी हो गई है। वह आक्रामक भाषा के जरिये भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत ने ऐसे देश को चुनौती दी है जो ताकत के मामले में उससे भारी है। इसलिए जंग का नतीजा भी तय है। वे इसे भारत का दुस्साहस भी कह रहे हैं।
चीनी मीडिया लिख रहा है कि भारतीय सेना चीन की सेना का मुकाबला नहीं कर पाएगी। इसके बावजूद भारतीय सेना ने चीनी क्षेत्र में घुसपैठ की है। इससे शांति को गंभीर खतरा पैदा हो गया है। मोदी सरकार हालात को सुधारने से इन्कार कर रही है और इससे देश युद्ध की तरफ बढ़ रहा है। मीडिया यह भी कह रहा है कि चीन की सेना तैयार है लेकिन वह शांति बनाए रखने के लिए भारत को समय देना चाहती है।