दिल्ली में जल्दी ही मेट्रो का स्मार्ट कार्ड डीटीसी की बसों में भी चलने लगेगा यानी डीटीसी के लिए अलग से टिकट खरीदने की जरूरत नहीं होगी। दिल्ली मेट्रो ने इसके लिए रिजर्व बैंक से जरूरी परमिशन हासिल कर ली है। एक ही कार्ड को कई जगह चलाने के लिए यानी एक तरह से करंसी के रूप में यूज करने के लिए इस परमिशन की जरूरत थी।
पता चला है कि दिल्ली सरकार 15 अगस्त को इस प्रोजेक्ट की शुरुआत करने जा रही है। शुरू में प्रयोग के तौर पर सिर्फ 200 बसों में ही मेट्रो का स्मार्ट कार्ड चलेगा। दिसंबर तक इस प्रोजेक्ट को देखा जाएगा और यह सफल हुआ तो फिर इसे लागू कर दिया जाएगा। दरअसल यह योजना 2010 में शीला दीक्षित सरकार ने बनाई थी और तभी से इसे लागू करने के बारे में सोचा गया था। इसीलिए कुछ बसों में भी इलेक्ट्रिक टिकटिंग मशीनें भी लगाई गई थीं। मगर तब यह योजना लागू नहीं हो सकी।
कुछ लोग अभी भी इस योजना को शक की निगाह से देख रहे हैं। उनका कहना है कि डीटीसी की बसों की तादाद लगातार कम हो रही है। इसलिए जो लोग मेट्रो में सफर करते हैं, वे बसों में भी इसका इस्तेमाल कर पाएंगे, इसमें संदेह है। इसके अलावा बड़ी बात यह है कि डीटीसी बसों के रूट इस तरह से डिजाइन करने चाहिए कि मेट्रो का इस्तेमाल करने वाले बसों का भी इस्तेमाल कर सकें जबकि ऐसा नहीं किया गया है। ऐसी हालत में यह प्रोजेक्ट बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित नहीं होगा।