हार्दिक पांड्या, महेंद्र सिंह धोनी की शानदार इनिंग्स की बदौलत भारत ने चेन्नई के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए पहले वन-डे मैच में ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ लुइस नियम के तहत 26 रनों से मात दे दी। इसी के साथ पांच वनडे मैचों की सीरीज में भारत ने 1-0 की लीड ले ली है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए महेंद्र सिंह धोनी के 79 और हार्दिक पांड्या के 88 की संकटमोचन इनिंग्स की बदौलत सात विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए थे लेकिन जैसे ही भारत की इनिंग खत्म हुई, बारिश आ गई। इसके थमने के बाद मैच दोबारा शुरू हुआ, जिसमें ऑस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रनों का संशोधित टारगेट मिला। ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरे 21 ओवर खेलने के बाद नौ विकेट के नुकसान पर 139 रन ही बना सकी।
दरअसल भारत की इस जीत में धोनी और पांडया की इनिंग्स ही सबसे अहम हैं। इन दोनों ने एक रणनीति बनाकर भारत को जीत दिलाई। हार्दिक ने इस जीत के बाद कहा कि महेंद्र सिंह धोनी से उनकी लगातार बातचीत ने रणनीति बनाने में मदद की। मैच के 37वें ओवर में हार्दिक ने एडम जुम्पा के ओवर में एक चैके के बाद लगातार 3 सिक्स जड़े। इस ओवर से 24 रन मिले। इससे भारतीय इनिंग पर आया दबाव काफी हद तक कम हो गया। जब हार्दिक से पूछा गया कि इतने मुश्किल हालात में उन्होंने धोनी के साथ खुलकर बैटिंग कैसे की तो उन्होंने कहा कि उस वक्त ऑस्ट्रेलिया बहुत मजबूत स्थिति में थी और हम पर बहुत प्रेशर था। हम काफी विकेट खो चुके थे, लिहाजा एक पार्टनरशिप की जरूरत थी। धोनी और मैंने एक दूसरे से बात की और फिर इनिंग को आगे बढ़ाया। पांड्या ने कहा कि जब मैं और माही भाई बैटिंग कर रहे थे तो हम 230 का स्कोर को ही टारगेट मानकर चल रहे थे, लेकिन मैंने उसे 280 तक ले जाने की बात कही। आखिर हम इसमें कामयाब भी हुए।