दिल्ली में अभी भले ही बारिश ने अपना रंग नहीं दिखाया हो लेकिन राजधानी में बाढ़ का खतरा जरूर पैदा हो गया है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से बुधवार दोपहर एक लाख 37 हजार क्यूसेक पानी एक साथ छोड़ा गया है। यह पानी 72 घंटे में दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है। दिल्ली में इस पानी के पहुंचने के बाद यमुना के किनारे बसे निचले इलाकों में पानी भर सकता है। इससे वहां रहने वाले लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यमुना के किनारे बसे लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने-अपने घरों केा छोड़कर चले जाएं। उनसे यह भी कहा गया है कि वे अपना कीमती सामान भी वहां से ले जाएं।
आमतौर पर अगर हथिनीकुंड से 70 हजार क्यूसेक पानी भी एक साथ छोड़ा जाता है तो हरियाणा के करनाल, पानीपत और सोनीपत के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी हालत पैदा हो जाती है। यही हालत दिल्ली में भी होती है जब यह पानी दिल्ली पहुंचता है। अब इससे दुगुना पानी छोड़ा जा रहा है। इसलिए दिल्ली में यमुना के किनारे बसे लोगों को अलर्ट जारी कर दिया है। अलर्ट जारी करने का कारण यह भी है कि अगले 72 घंटों में मौसम विभाग पंजाब,हरियाणा और दिल्ली में भारी बारिश की संभावना भी जाहिर कर रहा है। ऐसा होता है तो जाहिर है कि इससे भी यमुना का जलस्तर बढ़ेगा। उस हालत में स्थिति और भी खराब हो सकती है। लोगों से कहा गया है कि वे खुद और अपने परिवार को लेकर सुरक्षित जगह पर चले जाएं।