शाहदरा डिस्ट्रिक्ट के गीता कॉलोनी थाना पुलिस को करीब साल भर पहले लापता हुई एक लड़की के पिता ने शिकायत दर्ज कराई. दरअसल शिकायतकर्ता के मोबाइल पर हाल ही में एक मिस कॉल आया था.उन्होंने जब उसी नंबर पर कॉल किया तो उन्हें शक हुआ कि यह उनकी लापता बेटी का फोन था. साथ ही उन्हें अहसास हुआ कि उनकी बेटी किसी मुसीबत में है. उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया.गीता कॉलोनी के ही रहने वाले शिकायतकर्ता पिता के मुताबिक, उनकी 14 साल की बेटी पिछले साल अचानक लापता हो गई थी. पुलिस ने जब उस नंबर की जांच-पड़ताल की तो वह नंबर दादरी का निकला.मुक्त लड़की ने बताई अन्य लड़कियों की आपबीती
फोन नंबर के आधार पर पता निकालकर पुलिस ने दादरी में छापेमारी की और लड़की को आजाद करवा लिया. लड़की ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसकी शादी दादरी के किसी नीरज नाम के शख्स से करा दी थी.लड़की ने यह भी बताया कि उसे बहकाकर शादी के लिए बेचने वाले आरोपियों का नाम नेहा और अनुज है. साथ ही उसने यह भी बताया कि नेहा और अनुज ने कई और लड़कियों को अपने घर कैद कर रखा है. दरअसल नेहा और अनुज इन लड़कियों को भी शादी के लिए बेचने की तैयारी में थे. लड़की की निशानदेही पर पुलिस ने डासना में नेहा और अनुज के घर छापेमारी की और दोनों आरोपियों को दबोच लिया.नेहा और अनुज के घर से पुलिस बहकाकर लाई गई दो और लड़कियों को मुक्त कराने में सफल रही. पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. साथ ही उन्होंने गैंग के अन्य साथियों का भी पता उगल दिया.इस तरह बहकाकर लाते थे लड़कियांपुलिस ने जब दोनों आरोपियों नेहा और अनुज से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपने गैंग के काम करने का पूरा तरीका बताया. इस गैंग में राज नाम का एक शातिर बदमाश है. वही बहकाकर लड़कियों को लाने का काम करता है.
राज रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर ऐसी लड़कियों की ताक में रहता जो घर से रूठकर या किसी और कारण से भागकर आई हों. राज उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचाने, नौकरी दिलाने जैसे झांसे देकर फंसा लेता.
राज की शिकार हमेशा नाबालिग लड़कियां ही होतीं, क्योंकि उन्हें बहकाना आसान होता. लड़कियों को बहकाकर उन्हें नेहा और अनुज के घर पहुंचा देता था राज. फिर यहां से गैंग के दूसरे सदस्य बबलू का काम शुरू होता.
बबलू लड़कियों के लिए अमीर उम्रदराज व्यक्ति की तलाश करता, जो ऊंची कीमत देकर इन लड़कियों को खरीदता और उनसे शादी कर लेता था. एक लड़की की शादी के लिए गैंग 4 लाख रुपये तक वसूलता था.