बिहार में नीतिश कुमार की जीत ओर पाकिस्तान में नवाज शरीफ को पद से हटाए जाने की खबरों के बीच एक और भी बड़ी खबर यह थी कि बीजपी के अध्यक्ष अमित शाह का गुजरात से राज्य सभा के लिए चुना जाना निश्चित हो गया है। उनके साथ-साथ स्मृति ईरानी भी चुनी जाएंगी लेकिन खासतौर पर शाह को राज्यसभा में लाए जाने पर राजनीतिक गलियारों में ये कानाफूसी होने लगी है कि उन्हें नरेंद्र मोदी कैबिनेट में जगह दी जाने वाली है। केंद्र में मंत्री बनने के लिए सांसद होना जरूरी है। इसलिए अमित शाह को ऊपरी सदन में लाया जा रहा है।….मीडिया में यहाँ तक खबर चल रही है कि अमित शाह को रक्षा मंत्री बनाया जा सकता है। मनोहर पर्रिकर के रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद गोवा में सीएम बनने से ही यह महत्वपूर्ण पद खाली पड़ा है। पर्रिकर के इस्तीफे के बाद रक्षा मंत्रालय का दायित्व वित्त मंत्री अरुण जेटली संभाल रहे हैं। भारत और चीन के बीच जारी सिक्किम में सीमा विवाद के बीच नरेंद्र मोदी सरकार की इस बात के लिए आलोचना हो रही है कि देश के पास एक पूर्णकालिक रक्षा मंत्री नहीं है।….अगर अमित शाह रक्षा मंत्री बन जाते हैं तो फिर यह सवाल भी होगा कि आखिर बीजेपी की कमान कौन संभालेगा। मोदी अपने फैसलों से सभी को हैरान करते हैं जैसे उन्होंने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार चुनते हुए किया है। कहा जाता है कि बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए तीन नाम आ सकते हैं जो मोदी जी के पूरी तरह वफादार होकर चलेंगे। ये हैं विनय सहस्रबुद्धे, ओम माथुर और श्याम जाजू। अभी तीनों ही उपाध्यक्ष हैं। वैसे, यह भी हो सकता है कि स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्ढा को अध्यक्ष बना दिया जाए। अमित शाह को जब अध्यक्ष बनाया गया था, तब भी उनका नाम चला था।