दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी और आनंद विहार इलाके में वायु प्रदूषण का स्तर जहां खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया, वहीं नोएडा और गुरुग्राम सहित दिल्ली के एक दर्जन इलाकों में यह बहुत खराब श्रेणी में रहा। हवा की गति दोबारा मंद पड़ गई है।एक- दो दिन हवा की गति बढ़ी थी, तो वायु प्रदूषण कुछ कम हुआ था, लेकिन नमी की मात्रा बढ़ने से हवा की गति फिर कम हो गई है।
हवा में नमी और सुबह के समय धुंध छाई रहने से उसमें प्रदूषक तत्व भी जमे हुए हैं। हवा की औसत गति 7-8 किलोमीटर रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से नमी भरी हवा दिल्ली आ रही है। इसीलिए यहां हवा की गति धीमी है। सीपीसीबी के अतिरिक्त निदेशक डॉ. दीपांकर साहा ने बताया कि बीच-बीच में उत्तर पश्चिम हवा भी चलने लगती है।
इस हवा के साथ पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली का प्रदूषण भी दिल्ली पहुंच रहा है। हवा की कम गति होने से यही प्रदूषण स्मॉग जैसी परत बना रहा है। हवा की दिशा बदलने से एक-दो दिन में प्रदूषण का स्तर कम होने लगेगा।