दिल्ली को नोएडा से जोड़ने वाले डीएनडी फ्लाईवे पर शनिवार रात हुए सड़क हादसे में बाइक सवार अंशुमन पुरी का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों और एनडीआरएफ की भी मदद ली है.पुलिस का कहना है कि अभी तक ये भी साफ नहीं कि बाइक चला कौन रहा था. अगर अंशुमन यमुना में गिरा है तो शव फूलकर 72 घंटे के बाद बाद ऊपर आएगा (पानी में डूबने पर ऐसा होता है). यमुना में जलकुंभी भी काफी ज्यादा है. हो सकता हैं कि शव उनके नीचे कहीं हो. किसी अस्पताल से अंशुमन के घायल होने की भी कोई सूचना नहीं मिली है. उसका फ़ोन बंद है और उसके एक कज़िन को पुलिस ने फोन किया है. वहीं जिस इटियोस कार से एक्सीडेंट हुआ है वो ग्वाला डेरी इलाके में भप्पा सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है. पुलिस उसके घर गई थी लेकिन वहां भी ताला बंद मिला. अभी तक ये भी साफ नहीं कि कार कौन चला रहा था.
आपको बता दे कि डीएनडी फ्लाईवे पर शनिवार रात को हार्ले डेविडसन बाइक पर सवार एक शख्स को एक तेज रफ्तार कार ने ऐसी टक्कर मारी की बाइक सवार कई फीट ऊपर जाकर यमुना में जा गिरा. दरसअल रात करीब एक बजे अंशुमन नोएडा से दिल्ली की तरफ अपनी महंगी हार्ले डेविडसन बाइक से जा रहा था, तभी अंशुमन की बाइक को तेज रफ्तार इटियोस कार ने ज़ोरदार टक्कर मारी और शक है कि अंशुमन कई फ़ीट उछलकर यमुना में जा गिरा. उसका मोबाइल फ़ोन भी हादसे के बाद से बंद है.
अंशुमन जिस हार्ले डेविडसन बाइक से जा रहा था उसकी कीमत करीब 6 लाख रुपये है. बाइक भले ही मजबूत हो लेकिन जिस तरह से बाइक का पिछला और कार का अगला हिस्सा तहस नहस हुआ है, उससे लगता है दोनों वाहनों की रफ्तार काफी ज्यादा थी. अंशुमन सरिता विहार के मकान में अकेले रहता है. उसके माता-पिता की मौत काफी पहले हो चुकी है. ये महंगी बाइक उसने 3 महीने पहले ही ली थी.
पड़ोसियों के मुताबिक अंशुमन के पिता सूर्यप्रकाश पुरी चौथी लोकसभा में सांसद रहे हैं. अंशुमन को संगीत का शौक था.
पुलिस ने केस दर्ज कर टक्कर मारने वाली इटियोस कार के ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है. आरोपी ड्राइवर द्वारका का रहने वाला है. वहीं गोताखोर यमुना में अंशुमन की तलाश कर रहे हैं.