एम वेंकैया नायडू शुक्रवार को 15वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले संसद पहुंच के राजघाट में बापू की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित किये. बता दे कि, नायडू ने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को 272 वोटों से हराया था. उन्हें 516 वोट मिले थे. किसान परिवार से ताल्लुक रखने और साल 1970 से राजनीति में सक्रिय नायडू दो बार बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष, चार बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. आंध्रप्रदेश से ताल्लुक रखने वाले नायडू कई भाषा पर पकड़ रखते हैं. अंग्रेजी और तेलुगु के साथ ही हिंदी पर भी उनकी जोरदार पकड़ है. उन्होंने हिंदी को राष्ट्रीय भाषा बनाने का समर्थन भी किया था. उन्होंने हिंदी में भाषण देते हुए कहा था, “अंग्रेजी सीखते समय हम हमारे दिमाग को अंग्रेजों की तरह ही कर लेते हैं. यह देश के हित में नहीं हैं. दक्षिण भारत में बीजेपी को पहचान देने और कर्नाटक में पहली बार बीजेपी की सरकार बनवाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. कर्नाटक में येदियुरप्पा के भष्ट्राचार में घिरने के बाद राज्य में खड़ी हुई राजनीतिक उठापटक को बीजेपी की तरफ से वेंकैया नायडू ने ही संभाला था. नायडू अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रह चुके हैं. 1978 से 1783 तक नायडू नेल्लौर से विधायक रहे. 1998 से अब तक वो भाजपा के राज्यसभा सांसद भी हैं. इसके अलावा वो 1988 से 1993 तक वो आंध्र प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष थे.