रामनाथ कोविंद देश के 14वें राष्ट्रपति बन गए हैं। गुरुवार को हुई राष्ट्रपति चुनाव की वोटों की गिनती के बाद उन्हें भारी अंतर से विजयी घोषित कर दिया गया। कोविंद 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। कोविंद को 7 लाख 2 हजार 44 वोट मिले जबकि मीरा कुमार को 3 लाख 67 हजार 314 वोट मिले हैं।
कोविंद की जीत की घोषणा होते ही बीजेपी और एनडीए वर्कर जश्न में डूब गए। कानपुर में कोविंद के गांव में भी लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और मिठाई बांटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस जीत से काफी खुश हैं और उन्होंने कोविंद को बधाई दी है। यह पहला मौका है कि बीजेपी का कोई नेता राष्ट्रपति भवन में एंट्री कर सका है।
एनडीए द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद से ही उनकी जीत तय मानी जा रही थी। यह भी माना जा रहा था कि उन्हें 65 फीसदी वोट मिलेंगे और उन्हें 65.66 फीसदी वोट ही मिले हैं। मीरा कुमार को 34.35 वोट मिले।
एक अक्टूबर 1945 को उप्र के परौंख गांव में जन्में कोविंद का आईएएस अधिकारी रह चुके हैं और उन्होंने 1975 में मोरारजी देसाई के सचिव के रूप में भी काम किया था। कोविंद ने 1991 में बीजेपी की सदस्यता ली जिसके बाद कई अहम पदों पर रहते हुए देश का सर्वेच्च पद प्राप्त किया। अब तक वह बिहार के राज्यपाल थे। कोविंद यूपी से आने वाले देश के पहले राष्ट्रपति होंगे।
वोटों की गिनती के दौरान ऐसी खबरें भी मिली हैं कि कई राज्यों में क्रास वोटिंग हुई है। गुजरात में क्रास वोटिंग की खबर मिलने के साथ-साथ कुछ राज्यों में कांग्रेस को नुकसान हुआ है। तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में भी क्रास वोटिंग हुई है।