युवक से कैश काउंटर के सामने ही बदमाशों ने बातों में उलझाकर रुपयों की गड्डी छीन ली,

कालकाजी इलाके में कारपोरेशन बैंक में पैसा जमा कराने आये युवक से कैश काउंटर के सामने ही बदमाशों ने बातों में उलझाकर रुपयों की गड्डी छीन ली, और भागने लगा, लेकिन उस युवक और गार्ड की सूझबूझ की बजह से शातिर बदमाश को मौके पर ही भागते हुए पकड़ लिया। लेकिन पूरा बाक्या बैंक में लगे सीसीटीवी  कैमेरे में कैद हो गया।

 

वीओ-1- यदि बैंक में आप रुपये जमा कराने जा रहे है तो आप हो जाइए सावधान, क्योकि आपके  रुपयों पर हरदम बदमाशों की नज़र होती है, जो आपकी मेहनत की गाढ़ी कमाई को लूटने के लिए  मौका ढूढते रहते है। और ज़रा सी लापरवाही आपको इन शातिर बदमाशों का शिकार बना देगी। अब हम आपको ऐसी ही सावधान करने वाली एक तस्वीर दिखाते है जो कालकाजी इलाके की कारपोरेशन बैंक के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। सीसीटीवी तस्वीरों में कैश काउंटर के सामने लाल टीशर्ट में खड़ा दिखाई दे रहे युवक का नाम आनंद है, जो बैंक में कैश जमा कराने आया है लेकिन बदमाशों की नजर पहले से ही इसके नोटों की गड्डी पर लगी हुई है और सीसीटीवी की तस्वीरों में इसके आसपास दिखाई दे रहे तीनों शख्स शातिर गैंग के सदस्य है जो अपनी बातों में उलझा कर नोटों की गड्डी पर नजर गढ़ाए हुए है। इसी दौरान गैंग का एक सदस्य कुछ इशारा करता है और गंजा शख्स युवक गड्डी में नोटों को की सीधे करने को बात कह उसकी मदद करने को कहता है। और नोट सीधे करने की बात कहते हुए उसके हाथों से नोटों की गड्डी अपने हाथों में ले लेता है और गैंग के दूसरे सदस्य उसे अपनी बातों में उलझाने की कोशिश करते है। मौके का फायदा उठाकर वो बदमाश रुपयों की गड्डी लेकर तेज़ कदमों से बैंक से बाहर निकलने लगता है। लेकिन बक्त रहते आनंद को लगा कि उसके रुपये लूट गए वो वो चिल्लाते हुए उसके पीछे भागने लगा और बैंक का गार्ड भी भगदड़ को देखकर उसके पीछे भागने लगा और बैंक से बाहर कुछ ही कदम की दूरी पर भागते हुए बदमाश को मौके पर ही धार दबोचा।

 

बाइट- आनंद (पीड़ित युवक)

बाइट- रमन (गार्ड)

 

वीओ-2- हालांकि आनंद ने बड़ी ही तत्परता और बहादुरी के साथ बदमाश का दौड़ते हुए पीछा किया और उसे मौके पर ही दौड़ते हुए धर दबोचा और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये बायकायदा एक शातिर गैंग है जो इस तरह की दर्जनों बारदातों को अंजाम दे चुका है और सभी बारदातों मे लगभग इसी तरह की मोडस-ऑपरेंडी होती है। हालांकि जान की बिना परवाह किये हुए बदमाश के पीछे भागकर साहस दिखाने और उसे पकड़वाने के लिए मार्किट एसोसिएशन के लोग  आनंद की बहादुरी की तारीफ कर  रहे है और उसे सम्मानित करने की बात भी कह रहे है कि हो सकता था बदमाश के पास कोई हथियार होता।

 

बाइट- विशाल खन्ना (अध्यक्ष कालकाजी मार्किट एसोशिएशन)

 

वीओ-3- हालांकि आनंद की सूझबूझ और बहादुरी की बजह से वो बदमाशों का शिकार होने से तो बच गया लेकिन यदि आप भी बैंक में रुपया जमा कराने जाते है तो आपकी थोड़ी सी सावधानी आपको बदमाशों का शिकार होने  से बचा सकती है।