संसद का सोमवार से शुरू हो रहा मानसून सैशन हंगामेदार रहेगा। जहां एक दिन पहले संडे को विपक्षी दलों ने कहा कि वे इस सैशन के दौरान गौ रक्षकों से जुड़े घटनाक्रम,कश्मीर घाटी में तनाव जैसे मुद्दों को उठायेंगे,साथ ही हाउस में महिला आरक्षण विधेयक को अमलीजामा पहनाने की मांग करेंगे। सरकार ने सैशन से पहले संडे सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसें में पीएम नरेन्द्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्रियों अनंत कुमार, अरुण जेटली, और विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, सीताराम येचूरी वगैरह ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा को लेकर देश भर में हो रही हिंसा को लेकर मीटिंग बड़ा बयान दिया। उन्होंने गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर चिंता जतायी। उन्होंने देश के सभी राज्यों को साफ निर्देश दिया है कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किया जाए। उन्होंने राज्यों को कहा कि ऐसे लोगों को बिल्कुल न छोड़ा जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने बाद में बताया कि हमने बैठक में देश की इंटरनल और एक्सटरनल सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात करने की मांग उठाई है। बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठा, उसमें पाकिस्तान के बारे में चर्चा हुई लेकिन अब हम चीन के बारे में पढ़ और सुन रहे हैं। आजाद ने कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में सरकार को जिम्मेदार ठहराया। सरकार ने कश्मीर में बातचीत के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर दी है जिससे राजनीतिक घुटन की स्थिति बनी हुई है।