दिल्ली हाई कोर्ट की पूरी बिल्डिंग और आसपास वीरवार सुबह बम रखने की सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया। इसलिए कई घंटे तक पुलिस की तलाशी जारी रही और लोग कोर्ट कैम्पस से बाहर कर दिए गए। बाद में पता चला कि यह अफवाह थी। पुलिस काॅल करने वाले का पता लगाने की कोशिश कर रही है।पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस कंट्रोल रूम को सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर नाॅर्थ-ईस्ट दिल्ली से एक काॅल आई थी जिसमें कहा गया कि हाई कोर्ट को एक घंटे के अंदर बम से उड़ा दिया जायेगा। यह काल झूठी थी लेकिन पुलिस फौरन ही हरकत में आ गई। कोर्ट कैम्पस को खाली करा लिया और फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। विशेष हथियार और स्वात की टीम भी कोर्ट कैम्पस में भेजी गई। कोर्ट कैम्पस की पूरी तलाशी ली गई और बाद में पता चला कि यह सूचना झूठी थी। पुलिस का कहना है कि उसकी जांच के हिसाब से नाॅर्थ-ईस्ट दिल्ली से जिस फोन से यह काॅल की गई थी उसका सिम उत्तर प्रदेश बागपत से लिया गया था। फोन भजनपुरा से किया गया था। पुलिस फोन करने वाले का पता लगाने की कोशिश कर रही है क्योंकि काॅल करने के बाद से ही उस नंबर को बंद कर दिया गया।आपको याद दिला दें कि इससे पहले 7 सितंबर 2011 को उस समय कोर्ट कैम्पस बम धमाके से गूंज गया था जब गेट नंबर 5 के बाहर शक्तिशाली बम विस्फोट हो गया था। इस घटना में 15 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। ज्यादातर लोग अपने मामलों की सुनवाई के लिए कोर्ट में आए थे और अंदर जाने का इंतजार कर रहे थे कि उसी वक्त यह ब्लास्ट हो गया। इसलिए पुलिस वीरवार को आई इस सूचना को हल्के में नहीं लेना चाहते थे।