देश की राजधानी दिल्ली के एक निजी अस्पताल में रक्षाबंधन के दिन इलाज के दौरान एक लड़की की मौत, नही बांध सकी अपने भाई को राखी। परिजनों ने लगाया अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप, रोड जाम कर अस्पताल पर किया जमकर हंगामा। बाहरी दिल्ली के कंझावला थाना इलाके की घटना, पुलिस ने मौके पर पहुँचकर खुलवाया जाम, मामले की जांच की शुरू।
ये तस्वीर है 18 साल की नीलम शर्मा की जो अब इस दुनिया मे नही रहीं। नीलम के परिजनों ने बताया कि उसे कुछ दिन पहले पीलिया हुआ और बीती 5 तारीख को उन्हें कंझावला के सावित्री अस्पताल में एडमिट कराया गया जहां पर उनकी तबियत में कोई खास सुधार नही आया बल्कि इलाज होने के बावजूद उल्टे उनकी हालत और बिगड़ती गयी, जिसके चलते वो सोमवार को रक्षाबंधन के दिन अपने भाई को राखी तक न बांध सकी। और रक्षाबंधन के दिन ही नीलम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। मृतक नीलम के परिवार वालो ने अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि परिजनों ने डॉक्टरों की कही सभी दवाइयां खून आदि सब कुछ लेकर दिया और सोमवार शाम को अचानक नीलम की तबियत ज्यादा खराब हो गयी और जब इस बारे में डॉक्टर से कहा गया तो वो उसे देखने की बजाय डॉक्टर आराम से नोटो को गिनने में मशगूल था। और कोई दूसरा डॉक्टर या नर्स भी उस वक़्त उसे देखने नही आया और नीलम ने दम तोड़ दिया ।
गौरतलब है कि इस नर्सिंग होम पर लापरवाही का ये कोई पहला मामला नही है बल्कि ऐसे ही कई और आरोप पहले भी इस निजी अस्पताल पर लग चुके हैं। वहीं मृतक नीलम की मौत के बाद परिजनों को काफी गुस्सा आया और उसके बाद उन्होंने अस्पताल के सामने मेन कंझावला रोड को जाम कर दिया और जमकर हंगामा किया। जिसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने परिजनों को समझाया और उचित कार्यवाही करने का आस्वाशन देकर जाम खुलवाया। मृतक लड़की कंझावला इलाके के कराला में अपने परिवार के साथ रहती थी। और बीमारी के चलते वो अपने भाई को राखी तक न बांध सकी। वहीं जब हमने अस्पताल प्रसाशन से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया ।
बरहाल कंझावला थाना पुलिस ने जैसे तैसे हंगामे को शांत कराया। और अब मामले की जांच में जुट गई है ।लेकिन जिस तरह से ऐसे निजी अस्पतालो में लापवाही के मामले सामने आ रहे हैं ऐसा लगता है कि ये अस्पताल अब इलाज के नाम पर मरीजो ने मोटी रकम तो ऐंठते ही हैं साथ ही उनकी जान से भी खिलवाड़ करते हैं बावजूद इसके न जाने क्यों प्रशासन इनपर कोई कार्यवाही क्यों नही करता ।